मदन मोहन मालवीय स्कूल/कॉलेज परिचय सूची

स्कूल नाम :
राजकीयकृत +2 उच्च विद्यालय कुमारडांगी
प्रबंधक :
श्री आंनद कुमार (प्रिंसीपल)
विशेषता :
हिंदी मीडियम
क्षेत्र :
कुमारडांगी
नगर ब्लॉक :
कुमारडांगी
जनपद :
पच्छिम सिंहभूम
राज्य :
झारखंड
वेबसाइट :
NA
सम्मान :

प्रमाणित किया जाता है की प्रिंसिपल महोदय ने नवनिर्माण जनकल्याण सहायता समिति नई दिल्ली द्वारा संचालित मेरा स्कूल-मेरी पहचान छात्र फोटो परियोजना\\\\\\\' में स्कूल के समस्त पंजीकृत छात्रों को पासपोर्ट साइज़ फोटो प्रोजेक्ट का लाभ नियमानुसार दिलाने एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , स्वच्छ भारत अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से स्कूल के छात्रों परिवारों को जागरूक करने के उपरान्त समिति द्वारा 

मदन मोहन मालवीय शिक्षक सम्मान पत्र

देकर सम्मानित किया गया, छात्रों को संस्था के माध्यम से शिक्षा में आर्थिक सहयोग बच्चों के सपने कैलेंडर पर फोटो हों अपने में सहायता करने के लिए संस्था आपकी आभारी है,

 (मेहनाज़ अंसारी जनरल सेक्रेटरी )

विवरण :

introduction
School Name : Rajkiykrit+2 uchh vidhyalay 
Principal Name : Mr. Aanand Kumar
Mobail No. : 
Total Students : 
Established : 1953
Panchayt  Name : Kumardungi 
Block Name : Kumardungi
District : West Singhbhum 
State : Jharkhand 
Language : Hindi and Santali 
Current Time 11:16 PM  
Date: Sunday , Jun 30,2019 (IST)  
Telephone Code / Std Code: 06589 
Vehicle Registration Number:JH-06 
RTO Office : Chaibasa 
Assembly constituency : Majhgaon assembly constituency 
Assembly MLA : niral purty (JMM) Contact Number: 09934386401
Lok Sabha constituency : Singhbhum parliamentary constituency 
Parliament MP : GEETA KORA (INC) Mobile: 9470590888
Serpanch Name : 
Pin Code : 833214 
Post Office Name : Hatgamaria

कुमारडुंगी ग्राम पंचायत के बारे में
कुमारडुंगी, भारत के झारखंड राज्य के पश्चिमी सिंहभूम जिले के कुमारडुंगी ब्लॉक में एक शहर है। यह जिला मुख्यालय चाईबासा से दक्षिण की ओर 44 KM दूर स्थित है। यह एक ब्लॉक हेड क्वार्टर है।
कुमारडुंगी पिन कोड 833214 है और डाक विभाग का कार्यालय हैगामारिया है।
तांगर पोखरिया (3 KM), बरुसाई (4 KM), कुमिरता (4 KM), बैहातु (5 KM), अंधारी (8 KM) कुमारडुंगी के पास के गाँव हैं। कुमारडुंगी उत्तर की ओर मंझारी ब्लॉक, दक्षिण की ओर मंझगांव ब्लॉक, पूर्व की ओर जामदा ब्लॉक, पश्चिम की ओर जगन्नाथपुर ब्लॉक से घिरा हुआ है।
रायरंगपुर, चाईबासा, करंजिया, बारबिल, कुमारडुंगी के नजदीकी शहर हैं।
कुमारडुंगी 2011 की जनगणना विवरण
कुमारडुंगी स्थानीय भाषा हिंदी है। कुमारडुंगी शहर की कुल आबादी 3195 है और घरों की संख्या 670 है। महिला जनसंख्या 49.5% है। शहर की साक्षरता दर 41.5% है और महिला साक्षरता दर 16.7% है।
आबादी
जनगणना पैरामीटर जनगणना डेटा 
कुल जनसंख्या 3195
कुल घरों की संख्या 670
महिला जनसंख्या 49.5% (1580)
कुल साक्षरता दर 41.5% (1327)
महिला साक्षरता दर 16.7% (534)
अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या% 61.4% (1961)
अनुसूचित जाति जनसंख्या 1.1% (36)
कार्य जनसंख्या% 45.8%
2011 तक बाल (0 -6) जनसंख्या 618
बालिका (0 -6) जनसंख्या% 2011 तक 47.9% (296)
कुमारडुंगी जनगणना 
कुमारडुंगी की जनसांख्यिकी
हिंदी यहां की स्थानीय भाषा है।

कुमारदांगी को कैसे जाए
रेल द्वारा
10 किमी से कम में कुमारडुंगी के पास कोई रेलवे स्टेशन नहीं
शहरों के पास
रायरंगपुर 35 KM
चाईबासा 42 KM 
करंजिया 56 KM 
बारबिल 56 KM 
तालुकों के पास
कुमारडुंगी 3 KM 
मंझारी 15 KM 
मंझगांव 18 KM 
जामदा 21 KM 
एयर पोर्ट्स के पास
रांची एयरपोर्ट 152 KM 
भुवनेश्वर एयरपोर्ट 243 KM 
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एयरपोर्ट 299 KM 
गया एयरपोर्ट 333 KM 
पर्यटक स्थलों के पास
सेरीकेला 61 KM
बरहीपानी और जोरंडा बरीपानी और जोरंडा फॉल्स 77 KM 
जमशेदपुर 82 KM 
बरईपाड़ा 104 KM 
राउरकेला 115 KM 
जिले के पास
पश्चिम सिंहभूम 43 किलोमीटर 
सरायकेला खरसावां 61 KM 
केंदुझर 76 KM 
पूर्वी सिंहभूम 81 KM 
रेल्वे स्टेशन के पास
डांगापोसी रेल मार्ग स्टेशन 33 KM
चक्रधरपुर रेल मार्ग स्टेशन 65 KM 
कुमारडुंगी में राजनीति
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, JBSP, BJP, JMM, इस क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
कुमारडुंगी के पास मतदान केंद्र / बूथ
1) प्राथमिक विद्यालय छोटकोयता
2) प्राथमिक विद्यालय छोटालुन्ती (पूर्व भाग)
3) प्राथमिक विद्यालय तुंगा
4) प्राथमिक विद्यालय तंगराई
5) मध्य विद्यालय कोकचो (उत्तर भाग)
मझगांव विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख राजनीतिक दल
JBSP, BJP, JMM, मझगाँव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
मझगांव विधानसभा क्षेत्र में मंडल।
चाईबासा जगन्नाथपुर कुमारडुंगी मंझारी मंझगाँव तांतनगर
मझगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।
2005 (ST) निर्मल पूर्ति JMM 38827 = 5201 बरकुवार गागराई भाजपा 33626
२०१४ (एसटी) निर्मल पूर्ति जेएमएम 45218 =2211 मधु कोरा जेबीएसपी 34090
2009 (ST) बरकुआवर गागराई बीजेपी 34534 = 9890 निराली पूर्ति  झामुमो 24644

मदन मोहन मालवीय की जीवनी:
मदन मोहन मालवीय एक भारतीय शिक्षा विशारद और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता अभियान में मुख्य भूमिका अदा की थी और साथ ही वे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके थे. आदर और सम्मान के साथ उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय और महामना के नाम से भी बुलाया जाता था, मालवीय को ज्यादातर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना के लिये याद किया जाता है जिसकी स्थापना उन्होंने 1916 में वाराणसी में की थी, इस विश्वविद्यालय की स्थापना B.H.U. एक्ट 1915 के तहत की गयी थी.उस समय यह एशिया की सबसे बड़ी रेजिडेंशियल यूनिवर्सिटी में से एक और साथ की दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटीयो से एक थी जिसमे आर्ट, साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एग्रीकल्चरल, परफार्मिंग आर्ट्स, लॉ एंड टेक्नोलॉजी के तक़रीबन 35000 विद्यार्थी शिक्षा ले रहे थे.
1919 से 1938 तक मालवीय बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर भी रह चुके थे और साथ ही 1905 में हरिद्वार में हुई गंगा महासभा के वे संस्थापक भी थे. दो पर्व पर मालवीय भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रह चुके थे. लेकिन फिर 1934 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में वे हिन्दू महासभा के सदस्य बने. 1922 में गया और 1923 में कशी में हुई हिन्दू महासभा के वे मुख्य अध्यक्ष थे. उन्होंने कई अंग्रेजी अखबारो की स्थापना भी की, जिसे वे 1909 में इलाहबाद से प्रकाशित करते थे. 1924 से 1946 तक वे हिंदुस्तान टाइम्स के चेयरमैन भी रह चुके थे. उनके इन्ही संघर्षो की बदौलत उन्होंने अपने हिंदी एडिशन की स्थापना 1936 में हिंदुस्तान दैनिक के नाम से की.
मालवीय को उनकी 153 वी जन्म तिथि के एक दिन पहले 24 दिसंबर 2014 को भारत के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 को उत्तरी-दक्षिण भूभाग में इलाहबाद में हुआ था. उनके पिता का नाम पंडित ब्रिजनाथ तथा माता का नाम मूना देवी था. उनके पूर्वज मालवा के संस्कृत भाषा के विद्वान थे. और तभी से उनके परीवार को मालवीय भी कहा जाता है. उनका वास्तविक उपनाम चतुर्वेदी था. उनके पिता ने संस्कृत साहित्यों का अभ्यास कर रखा था और साथ ही संस्कृत भाषा का उन्हें बहोत ज्ञान था.
पारंपरिक रूप से मालवीय ने 2 संस्कृत पाठशाला से शिक्षा ग्रहण की और बादमे इंग्लिश स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने लगे. मालवीय ने अपनी स्कूली शिक्षा हरदेव धर्म ज्ञानोपदेश पाठशाला से शुरू की और फिर विधा वर्धिनी सभा से शिक्षा अर्जित की. बाद में वे इलाहबाद ज़िला स्कूल में दाखिल हो गये जहा उन्होंने कविताये लिखना भी शुरू किया, उस समय वे मकरंद के नाम से कविताये लिखते थे और उनकी ये कविताये अखबारो और जर्नल्स में भी प्रकाशित किये जाते थे.
1879 में मुइर सेंट्रल कॉलेज से उन्होंने मेट्रिक की परीक्षा पास की, जो आज इलाहबाद यूनिवर्सिटी के नाम से जानी जाती है. हैरिसन कॉलेज के प्रिंसिपल मालवीय को मासिक शिष्यवृत्ति भी देते थे, क्योकि उस समय मालवीय की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. और शिष्यवृत्ति की बदौलत ही वे कलकत्ता यूनिवर्सिटी से B.A की परीक्षा में पास हुए. इसके बाद वे संस्कृत में M.A भी करना चाहते थे लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण वे M.A नही कर पाये. इसीके चलते 1884 में मदन मोहन मालवीय ने इलाहबाद की सरकारी हाई स्कूल से असिस्टेंट मास्टर के पद पर रहते हुए अपने करियर की शुरुवात की.
अ-सरकारी संस्थान की स्थापना, जिसे हसानंद गौचर भूमि का नाम दिया गया, गौमाता की सेवा करने हेतु इस संस्थान की स्थापना की गयी थी और आज इस संस्थान को सुनील कुमार शर्मा मैनेज कर रहे है.
पंडित मदन मोहन मालवीय के भाषण और लेखन, प्रकाशक- जी.ए. नेटसं 1919
महात्मा गांधी ने उन्हें अपना बड़ा भाई कहा और ‘‘भारत निर्माता‘‘ की संज्ञा दी. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें एक ऐसी महान आत्मा कहा, जिन्होंने आधुनिक भारतीय राष्ट्रीयता की नींव रखी.
वह व्यक्ति और कोई नहीं मदन मोहन मालवीय हैं, जिन्हें महात्मना (एक सम्मान) के नाम से भी जाना जाता है. वह एक महान राजनेता और शिक्षाविद थे, उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो भारत के सबसे बेहतरीन विश्वविद्यालयों में से एक है, की स्थापना की. वह एक ऐसे देशभक्त थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए हर संभव कोशिश की और आज वह युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं.
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी मदन मोहन मालवीय के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी