अरुणा आसफ़ अली निगम महापौर/ पार्षद परिचय सूची

नाम : माननीय सददाम हुसैन
पद : निगम पार्षद
वॉर्ड : 69 आज़ाद नगर
नगर निगम मुरादाबाद
राज्य : उत्तर प्रदेश
पार्टी : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
चुनाव : 2017 4514/1878 वोट
सम्मान :
माननीय जी से अभी विवरण और सामाजिक कार्य हेतु कोई डोनेशन और जानकारी प्राप्त नहीं हुआ है जल्दी है सम्मानित किया जायेगा

विवरण :

 

introduction

Honorable poonam

Councillor 69 Azad Nagar

Municipal corporation moradabad

Uttar Pradesh

Mob 7983141469

Qualification - Primary

Support - Indian National Congress

 

वार्ड न. 69 आज़ाद नगर के बारे में 

वार्ड न. 69 आज़ाद नगर के बारे में 

आज़ाद नगर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में मुरादाबाद शहर में एक इलाका है। यह नगर निगम मुरादाबाद के अंतर्गत आता है।

करुला , ट्रंसपोर्ट नगर, पंडित नगला, जब्बार कालोनी, शिवनगर आज़ाद नगर के नजदीकी इलाके हैं।

वार्ड में कुल 9972 मतदाता हैं ,निकाय चुनाव 2017 में वार्ड न. 69 आज़ाद नगर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रत्याशी माननीय सददाम हुसैन जी  को कुल पड़े मत

 संख्या 4514 में से (1878) 41.6  प्रतिशत मत पाकर निकटतम प्रत्याशी 

2 - मौ हसन सलमानी =  समाजवादी पार्टी (698) 15.46 प्रतिशत मत प्राप्त कर दूसरे न. 

3  - शाबुद्दीन, = भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (597) 13.23प्रतिशत मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे 

माननीय सददाम हुसैन 1200  से अधिक मतों से जीतकर पार्षद पद पर  विजय  हासिल की 

नगर निगम मुरादाबाद के बारे में 

नगर निगम में कुल 623160 मतदाता हैं,  नगर में कुल 70  वार्ड हैं। निकाय 2017 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समर्थित नगर निगम महापौर पद पर माननीयविनोद अग्रवाल जी ने कुल पड़े मत संख्या 265600 में से (94677) 35.65 मत पाकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार 

2 मौ0 रिजवान कुरैशी (73042) 27.5 को 20000  अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता 

3- मौ0 युसुफ = समाजवादी पार्टी (47740) 17.97 मत प्राप्त किये 

4  -लाखन सिंह सैनी बहुजन समाज पार्टी (32268) 12.15 मत प्राप्त कर तीसरे  न. पर रहे 

मुरादाबाद  जिले के बारे में 

मुरादाबाद, भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के 71 जिले में से एक है,  मुरादाबाद जिला प्रशासनिक मुख्यालय मुरादाबाद है यह राज्य की राजधानी लखनऊ की तरफ 358 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। मुरादाबाद जिले की जनसंख्या 4773138 है। यह आबादी से राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है।

भूगोल और जलवायु मुरादाबाद जिला

यह अक्षांश -28.8, रेखांश -78.7 पर स्थित है। मोरादाबाद जिला पश्चिम में बिजनौर जिला, दक्षिण में संभल जिला, पश्चिम में ज्योतिबा फुले नगर जिला, पूर्व में रामपुर जिले के साथ सीमा साझा कर रहा है। मुरादाबाद जिले लगभग 3493 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में स्थित है। । इसकी 221 मीटर से 18 9 मीटर की ऊंचाई सीमा होती है। यह जिला हिंदी बेल्ट इंडिया का है।

मुरादाबाद जिले का मौसम

गर्मियों में गर्म है मुरादाबाद जिला गर्मी में उच्चतम दिन का तापमान 25 डिग्री से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच है

जनवरी का औसत तापमान 14 डिग्री सेल्सियस, फरवरी 16 डिग्री सेल्सियस, मार्च 23 डिग्री सेल्सियस, अप्रैल 30 डिग्री सेल्सियस, मई 35 डिग्री सेल्सियस रहा है

मुरादाबाद जिले की जनगणना 2011

मुरादाबाद जिले कुल जनसंख्या 4773138 है, जनगणना 2011 के अनुसार। महिलाएं हैं 2508218 और महिलाएं 2264 9 20 हैं .समुख्या लोगों में कुल 3157 9 08 है। उनके कुल क्षेत्र 3493 वर्ग किमी हैं। यह जनसंख्या के अनुसार राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जिला है। लेकिन क्षेत्र में राज्य के 33 वें सबसे बड़ा जिला जनसंख्या से देश में 26 वें सबसे बड़ा जिला साक्षरता दर से राज्य में 64 वें सबसे ज्यादा जिला। साक्षरता दर से देश में 571 सबसे ज्यादा जिला। साक्षरता दर दर 58.67 है

मुरादाबाद जिले में राजनीति

एमडी, पीईसीपी, भाजपा, सपा, बसपा मुरादाबाद जिले में प्रमुख राजनीतिक दलों हैं।

मुरादाबाद जिले में संसद के निर्वाचन क्षेत्र

माननीय कुन्वर सर्वेश कुमार भाजपा

मुरादाबाद जिले में मंदिर

शिव मंदिर मुरादाबाद जिले में प्रसिद्ध मंदिर हैं

सड़क परिवहन

जिला मुख्यालय मुरादाबाद सड़क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मुरादाबाद, सिरसी, ठाकुरद्वारा, संभल इस शहर के प्रमुख शहरों और दूरदराज के गांवों में सड़क संपर्क के साथ हैं। मोरादाबाद लखनऊ (उत्तर प्रदेश की राजधानी) के लिए 358 किलोमीटर की दूरी पर है

रेल वाहक 

मुरादाबाद में प्रमुख रेलवे स्टेशन मुरादाबाद है जो कि भारत के अधिकांश महत्वपूर्ण शहरों और रेल मार्ग स्टेशन से जुड़ा है।

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन (यूपीएसआरटीसी) इस जिले में बड़े शहरों से बस्स को टाउन और गांवों तक चलाता है।

शहरों के पास

मुरादाबाद के पास 8 किमी

रामपुर  26 किलोमीटर 

सिरसी 28 किमी

अमरोहा 34 किलोमीटर 

 

हवाई अड्डे के निकट

पंतनगर हवाई अड्डे के करीब 79 किलोमीटर 

मजफ्फरनगर हवाई अड्डा 142 के.एम. 

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 186 के.एम. 

देहरादून हवाई अड्डा 202 के.एम.

 

जिले से पास

मोरादाबाद 0 के.एम. 

रामपुर 26 किलोमीटर दूर

ज्योतिबा फुले नगर 35 किलोमीटर

उडम सिंह नगर 70 किलोमीटर 

 

रेलवे स्टेशन से करीब

मोरादाबाद रेलवे स्टेशन करीब 1.6 किलोमीटर

काठघर सही रेलवे स्टेशन 2.0 के.एम. 

रामपुर रेलवे स्टेशन करीब 27 किलोमीटर 

 

मुरादाबाद नगर विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक

माननीय रितेश कुमार गुप्ता बीजेपी फोन 9412244566

मुरादाबाद नगर विधानसभा क्षेत्र में मंडल

मुरादाबाद

मुरादाबाद नगर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक जीतने का इतिहास।

2012 मोहम्मद यूसुफ अंसारी सपा 88341 =20238 रितेश कुमार गुप्ता भाजपा 68103

2007  संदीप अग्रवाल एसपी 49547 =29179 विकास जैन भाजपा 20368

2002 एसएनडी संदीप अग्रवाल बीजेपी 42888 =14 9 8 9 हा मोहम्मद सिद्दी कांग्रेस 27907

1996  संदीप अग्रवाल भाजपा 78893 =25 9 15 मुसरराज हुसैन एसपी सपा ५२९७८

1993  संदीप अग्रवाल बीजेपी 74564 =14198 जाहिद हुसैन जेडी 60366

1991  ज़ाहिद हुसैन जेडी 48204 =19636 शकुंतला (सिक्का) भाजपा  28568

1989  शमी (शमीम) अहमद खान जेडी 65202 =22 9 5 प्रेम शंकर  43007

1985  पुष्पा सिंघल इंक 21217 =607 शामीम अहमद खान भारत 20610

1980  हाफिज मोहम्मद सिद्दीक कांग्रेस (आई) 39604 =25664 हंसराज भाजपा भाजपा भाजपा 13 9 40

1977  दिनेश चंद्र रस्तोगी जेएनपी 19987 =11350 मुख्तार अहमद  एमयूएल 8637

1974 दिनेश चंदर रस्तोगी बीजेएस 22532 =85 शामीम अहमद खान  एमयूएल 22447

1969  हलीमुद्दीन राहत मौलए  21602 =2116 ओकर सरन कांग्रेस  19486

1967 ओ सरन इंक 23168 =2551 बी एस भटनागर बीजेएस 20617

1962हलीमुद्दीन आरईपी 21816 =3973 ब्रह्मा स्वरूप जेएस जेएस 17843

1957  हलीमुद्दीन भारत 23212 =10350 वाली अहमद खान कांग्रेस 12862

 

 

विकास कार्य :

2019

अरुणा आसफ़ अली की जीवनी
पूरा नाम – अरुणा आसफ़ अली
जन्म – 16 जुलाई 1909
जन्मस्थान – कालका ग्राम, पंजाब
पिता – उपेन्द्रनाथ गांगुली
माता – अम्बालिका देवी
विवाह – आसफ़ अली

अरुणा आसफ अली का जन्म अरुणा गांगुली के नाम से 16 जुलाई 1909 को ब्रिटिश कालीन भारत में बंगाली ब्राह्मण परीवार में पंजाब के कालका ग्राम में हुआ था। उनके पिता उपेन्द्रनाथ गांगुली एक रेस्टोरेंट के मालिक थे। उनकी माता अम्बालिका देवी त्रिलोकनाथ सान्याल की बेटी थी।
उपेन्द्रनाथ गांगुली का छोटा भाई धीरेंद्रनाथ गांगुली भूतकालीन फ़िल्म डायरेक्टर थे। उनका एक और भाई नागेंद्रनाथ एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर थे जिन्होंने नोबेल प्राइज विनर रबीन्द्रनाथ टैगोर की बेटी मीरा देवी से विवाह किया था।
अरुणा की बहन पूर्णिमा बनर्जी भारत के कांस्टिटुएंट असेंबली की सदस्य है। अरुणा की पढाई लाहौर के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में पूरी हुई। ग्रेजुएशन के बाद कलकत्ता के गोखले मेमोरियल स्कूल में वह पढाने लगी। वहा उनकी मुलाकात आसफ अली से हुई, जो अल्लाहाबाद में कांग्रेस पार्टी की नेता थे। 1928 में अपने परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने सितम्बर 1928 में विवाह कर लिया।
आसफ अली विवाह करने और महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह में शामिल होने के बाद वह कांग्रेस पार्टी की एक सक्रीय सदस्य बनी। हिंसात्मक होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था और इसीलिये 1931 के गांधी-इरविन करार के बावजूद उन्हें छोड़ा नही गया।
लेकिन कैद बाकी महिलाओ ने उनका साथ देते हुए कहा की वे तभी जेल छोड़ेंगे जब अरुणा आसफ अली को भी रिहा किया जायेगा। लोगो के भारी सहयोग को देखते हुए आख़िरकार अधिकारियो को अरुणा आसफ अली को रिहा करना ही पड़ा।
1932 में उन्होंने तिहार जेल में अपनी विविध मांगो को लेकर भूख हड़ताल भी की थी। उस समय तिहार जेल की स्थिति अत्यंत दयनीय होने के कारण उनकी भूक हड़ताल से तिहार जेल में काफी सुधार हुए। बाद में वह अम्बाला चली गयी।
महात्मा गांधी के आह्वान पर हुए 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं जब सभी प्रमुख नेता गिरफ्तार कर लिए गए तो उन्होंने अद्भुत कौशल का परिचय दिया और नौ अगस्त के दिन मुम्बई के गवालिया टैंक मैदान में तिरंगा झंडा फहराकर अंग्रेजों को देश छोड़ने की खुली चुनौती दे डाली।
अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें 1942 मे भारत छोडो आंदोलन के दौरान मुंबई के गोवालीया मैदान मे कांग्रेस का झंडा फहराने के लिये हमेशा याद किया जाता है। स्वतंत्रता के बाद भी वह राजनीती में हिस्सा लेती रही और 1958 में दिल्ली की मेयर बनी। 1960 में उन्होंने सफलतापूर्वक मीडिया पब्लिशिंग हाउस की स्थापना की। Aruna Asaf Ali के या योगदान को देखते हुए 1997 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आज अरुणा आसफ अली भले ही हमारे बीच नहीं हैं। पर उनके कार्य और उनका अंदाज आने वाली पीढ़ियों को सदैव रास्ता दिखाते रहेंगें। उन्हें यूँ ही स्वतंत्रता संग्राम की ‘ग्रैंड ओल्ड लेडी‘ नहीं कहा जाता है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी अरुणा आसफ़ अली के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी