अरुणा आसफ़ अली निगम महापौर/ पार्षद परिचय सूची

नाम : मा.वात्‍सयन जैन (सोनू भाभा )
पद : निगम पार्षद
वॉर्ड : 21
नगर निगम भोपाल
राज्य : मध्य प्रदेश
पार्टी : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
चुनाव : 2014 / 4187 वोट
सम्मान :
neax year

विवरण :

Introduction 
Name:Honorable  vatsayan jain (sonu bhabha)
Post :Municipal consllar 
Ward :  21, 
Municipal Corporation : Bhopal
State : Madhya Pradesh  
Eligibility :  NA
Mobail No : 9887567786, 9826034616 
Support - Indian National Congress
Residence : Jain Temple Road, Pir Gate, Bhopal,
Language : Hindi and Urdu, English 
Current Time 09:19 PM 
Date: Sunday , Dec 23,2018 (IST) 
Telephone Code / Std Code: 0755 
Ward : Ward 21
Assembly constituency : BHOPAL assembly constituency 
Assembly MLA :  Surendra Nath Singh (BJP) Contact Number: 9826244988
Lok Sabha constituency : Bhopal parliamentary constituency 
Parliament MP : Alok Sanjar (BJP) Contact Number: 9425005952
Pin Code : 462001 
वार्ड न. 21, नगर निगम भोपाल के बारे में
नगर निगम वार्ड न. 21 Zone 1  निकाय चुनाव 2014 -2015 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस समर्थित नगर निगम पार्षद पद पर माननीय वात्सयन जैन  (सोनू भाभा) जी ने कुल पड़े मत  में से (4187 ) मत प्राप्त कर  
2 = प्रदीप कुमार जैन =  भारतीय जनता पार्टी (3163)  को 1024 अधिक मतों से हराकर चुनाव जीता 
3- NA  = निर्दलीय (NA )  मत पाकर कर तीसरे स्थान प्राप्त किया
भोपाल नगर निगम
BMC के तहत कुल क्षेत्रफल 648.24 किमी 2 (250.29 वर्ग मील) है। शहर को 85 वार्डों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक वार्ड एक नगरसेवक का चुनाव करता है। विजेता पार्टी सदस्यों की एक परिषद का चुनाव करती है, जो विभिन्न विभागों के लिए जिम्मेदार होती हैं। परिषद के सदस्यों ने मेयर को आपस में चुना। वर्तमान में, परिषद में दस सदस्य हैं। भोपाल के आयुक्त नगर निगम कार्यालय के सर्वोच्च अधिकारी हैं, जो सार्वजनिक कार्यों, राजस्व और कर, जल आपूर्ति, योजना और विकास, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य और स्वच्छता, वित्त और लेखा आदि विभागों के लिए जिम्मेदार हैं। वर्तमान नगर आयुक्त भोपाल के अविनाश लवानिया (IAS), [4] जबकि वर्तमान मेयर आलोक शर्मा हैं। [५] मंडीदीप भोपाल में आता है
नगर निगम इतिहास 
मजलिस-ए-पूर्णज़मिया भोपाल की पहली नगरपालिका संस्था का नाम था, जो 1907 में तत्कालीन भोपाल राज्य में अस्तित्व में आई थी। नगर अधिनियम के अधिनियमन के बाद 1916 में पहला शहर सर्वेक्षण किया गया था। 1956 तक भोपाल म्युनिसिपल के तहत आने वाला क्षेत्र बहुत छोटा था, लेकिन उसके बाद आसपास के कुछ और गाँवों को इसमें जोड़ा गया। 1975 तक भोपाल नगर पालिका सीमा के तहत कुल क्षेत्रफल 71.23 किमी 2 तक पहुंच गया। 
1952 में श्री के साथ पहली बार म्यूनिसिपल बोर्ड का गठन किया गया था। अब्दुल करीम बाबू मिया अध्यक्ष और श्री। दीनदयाल उपाध्यक्ष के रूप में। बाद में नगरपालिका बोर्ड की स्थिति को नगरपालिका परिषद में अपग्रेड किया गया और एक IAS अधिकारी को मुख्य प्रशासक के रूप में नियुक्त किया गया। 1983 में, भोपाल नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा मिला, जिसमें कुल 56 वार्ड थे और कांग्रेस के डॉ। आर.के.बिसारिया को पहले मेयर के रूप में चुना गया था।
भोपाल शहर  विवरण 

विकास कार्य :

माननीय निगम पार्षद जी के विकास कार्य सूचि संस्था को अभी उपलब्ध नहीं हुई है जल्द ही विकास कार्य देखे जा सकते हैं 

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 60 की उपलब्धियां
भारत की आज़ादी,
(महात्मा गाँधी, नहरु जी, सरदार पटेल, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, मौलाना आज़ाद, बाबा साहब आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद, जे.पी.कृपलानी, मदन मोहन मालवीय, जमना लाल बजाज, खान अब्दुल गफ़्फ़र खान, लाल बहादुर शास्त्री जी आदी आदी)
1 -545 से ज़्यादा छोटी बड़ी रियासतों का विलय,
(सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू, वी.पी.मेनन..)
-भारत का संविधान,
(बाबा साहब आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद, जवाहर लाल नेहरू, जे.पी.कृपलानी आदी)
3 -रूस की तर्ज़ पर भारत में भी पञ्च वर्षीय योजनाओं का सृजन,
पहले भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 8 दिसम्बर 1951 को भारत की संसद को पहली पाँच साल की योजना प्रस्तुत की। योजना मुख्य रूप से बांधों और सिंचाई में निवेश सहित कृषि प्रधान क्षेत्र,. कृषि क्षेत्र में भारत के विभाजन और तत्काल स्थिति ध्यान देने की जरूरत को सबसे मुश्किल माना गया था
(जवाहर लाल नेहरू)
-भाखड़ा नांगल और हीरा कुण्ड जैसे बड़े बाँध,
भाखड़ा नांगल बांध का निर्माण 1948 में शुरू हुआ और अमेरिकी बांध निर्माता हार्वे स्लोकेम के निर्देशन में 1962 में इसका निर्माण पूरा हुआ। 22 अक्टूबर 1963 को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इसका शुभारम्भ किया था। इसका मुख्य उद्देश्य सिंचाई और बिजली उत्पादन है। इस बांध पर लगे पनबिजली संयंत्र से  1325 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है जिससे पंजाब के अलावा हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में बिजली की आपूर्ति होती है।
(जवाहर लाल नेहरू)
5 -भिलाई, राउरकेला और बोकारो में हैवी स्टील प्लाँट,
(जवाहर लाल नेहरू)
6 - भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
15 अगस्त 1969 में स्थापित, इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए तत्कालीन भारतीय राष्ट्रीय समिति (INCOSPAR) स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और उनके करीबी सहयोगी और वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई के प्रयासों से 1962 में स्थापित किया गया।
(जवाहर लाल नेहरू)
7 - रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)
१९५८ में पूर्व-कार्यरत भारतीय सेना की प्रौद्योगिकी विकास अधिष्ठान (टीडीई) तथा रक्षा विज्ञान संस्थान (डीएसओ) के साथ प्रौद्योगिकी विकास और उत्पादन का निदेशालय (डीटीडीपी) के एकीकरण से गठन किया गया और रक्षा संगठन एवं अनुसंधान संगठन का गठन किया गया था।
(जवाहर लाल नेहरू)
-अनेक विश्व विद्यालयों का  निर्माण कराया,
(जवाहर लाल नेहरू)
9 - अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान 7 AIIMS  का निर्माण 
1एम्स दिल्लीएम्स1956नई दिल्ली दिल्ली,
2एम्स भोपालएम्स2012भोपालमध्य प्रदेश,
3एम्स भुवनेश्वरएम्स2012भुवनेश्वरओडिशा,
4एम्स जोधपुरएम्स2012जोधपुरराजस्थान,
5एम्स पटना जे पी एन-एम्स2012पटनाबिहार,
6एम्स रायपुरएम्स2012रायपुरछत्तीसगढ़,
7एम्स ऋषिकेशएम्स2012ऋषिकेशउत्तराखंड,
(जवाहर लाल नेहरू, मनमोहन सिंह )
  10 -  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT)  
1 - भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर / IITKGP1951,
2भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई / IITB1958,
3भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर / IITK1959,
4भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास / IITM1959,
5भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली / IITD1961,
6भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी / IITG1994,
7भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की/ IITR1847,
8भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़/ IITRPR2008,
9भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भुवनेश्वर/ IITBBS2008,
10भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गांधीनगर/ IITGN2008,
11भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद / IITH2008,
12भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर  / IITJ2008,
13भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना / IITP2008,
14भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर / IITI2009,
15भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी / IITMandi2009,
16भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) वाराणसी IIT(BHU)2012
(जवाहर लाल नेहरू, मनमोहन सिंह ),
11 -भारतीय रेल विश्व की सबसे बड़ी रेल नेटवर्क एवं सबसे ज़्यादा रोज़गार देने वाला रेल नेटवर्क बनी,
(जवाहर लाल नेहरू, शास्त्री जी, इंदिरा गाँधी आदी)
12 -भारतीय आर्मी विश्व की सबसे सक्तिशाली सेनाओं में शामिल,
(इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
13 -भारतीय वायु सेना विश्व की 5वीं सबसे ताक़तवर वायू सेना बनी,
(इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, मनमोहन सिंह)
14 -रियासतों को दिए जाने वाले Privy Purse की समाप्ती,
राजभत्ता, निजी कोश, प्रिवी पर्स किसी संवैधानिक या लोकतांत्रिक राजतंत्र में राज्य के स्वायत्त शासक एवं राजपरिवार को मिलने वाले विशेष धनराशी को कहा जाता है। इस विशेष वार्षिक धनराशि को राजभत्ता, निजी कोश या प्रिवी पर्स कहा जाता था। इस व्यवस्था को ब्रिटेन में चल रहे राजभत्ते (प्रिवी पर्स) की व्यवस्था के आधार पर पारित किया गया था। इस अलोकतांत्रिकव्यवस्था को सन १९७१में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल के दैरान पूर्णतः स्थगित कर दिया गया,
(इंदिरा गाँधी)
15 -गुजरात में श्वेत (दुग्ध) क्रांती,
सफेद क्रांति भी ओपेरेशन फ्लड के रूप में जाना जाता है। ओपरेशन फ्लड़ा यह भारत की योजना है जिससे कि भारत में दूध की कमी को दूर किया जा सके।
(इंदिरा गाँधी)
16 -बैंको का राष्ट्रीयकरण,
देश के प्रमुख चौदह बैंकों का राष्ट्रीयकरण 19 जुलाई सन् 1969 ई. को किया गया। ये सभी वाणिज्यिक बैंक थे। इसी तरह 15 अप्रैल सन 1980 को निजी क्षेत्र के छ: और बैंक राष्ट्रीयकृत किये गये। इन सभी बीस बैंकों की शाखायें देशभर में फैली हैं। वर्तमान में कुल १९ राष्ट्रीयकृत बैंक हैं।
(इंदिरा गाँधी)
17 -पंजाब, हरयाणा, UP समेत पूरे भारत में हरित क्रांती,
(इंदिरा गाँधी)
18 -दो दो बार पाकिस्तान को युद्ध में करारी शिकस्त,
(लाल बहादुर शास्त्री एवं इंदिरा गाँधी)
19 -पाकिस्तान को युद्ध में हरा कर, बंगलादेश के रूप में, दो टुकड़ों में करना,
(इंदिरा गाँध
20 -पूरे विश्व के विरोध के बावजूद पोखरण में परमाणू परिक्षण,
भारतीय परमाणु आयोग ने यहाँ अपना पहला भूमिगत परिक्षण १८ मई १९७४ को किया था। हालांकि उस समय भारत सरकार ने घोषणा की थी कि भारत का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यो के लिये होगा और यह परीक्षण भारत को उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये किया गया है। बाद में ११ और १३ मई १९९८ को पाँच और भूमिगत परमाणु परीक्षण किये और भारत ने स्वयं को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित कर दिया।
(इंदिरा गाँधी)
21 -अनेक Pay Scale Commissions का सृजन और उनकी अनुशंसाओं को लागू किया,
(नहरू जी, इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
22 - भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम
भारत का अंतरिक्ष में राकेश शर्मा के रूप में पहला क़दम  1984 में, राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय नागरिक बन गए। जब वह भारत की ओर सोवियत संघ के अन्तरिक्ष यान में अन्तरिक्ष में गए थे। शर्मा उन लोग से एक हैं जो भारतीय मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए 2006 में प्रस्ताव का समर्थन कर रहे थे।
(इंदिरा गाँधी)
23 -वोट देने की उम्र 21 से 18 घटाना, जिससे युवाओं की राजनीत में भागीदारी बढ़ी,
(राजीव गाँधी)
24 -दूरसंचार क्रांती,
उदारीकरण 1981 में शुरू हुआ जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हर साल 5,000,000 लाइनें लगाये जाने के प्रयास के तहत फ्रांस की अल्काटेल सीआईटी के साथ राज्य संचालित दूरसंचार कंपनी (आईटीआई) के विलय के अनुबंध पर हस्ताक्षर किया,इंदिरा गांधी की हत्या के बाद, इस अवधि के दौरान, राजीव गांधी के नेतृत्व में, कई सार्वजनिक क्षेत्र जैसे कि दूरसंचार विभाग (डीओटी), वीएसएनएल और एमटीएनएल जैसे संगठनों की स्थापना हुई। 
(राजीव गाँधी)
25 -कंप्यूटर क्रांती,
(राजीव गाँधी)
26 -जवाहरलाल नहरू रोज़गार योजना (JNRY),
(इंदिरा गाँधी, राजीव गाँधी)
27 -नयी मौद्रिक नीती (New Economic Policies) का सृजन,
(नरसिम्हा राव एवं मनमोहन सिंह)
28 -पंचायती राज कानून,
(नरसिम्हा राव)
29 -नगरी निकाय कानून,
(नरसिम्हा राव)
30 -PSLV, CLV जैसे अनेकों अंतरिक्ष सेटेलाईट का सफल परेक्षण,
(नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
31 -अग्नी, त्रिशूल, नाग आदी जैसे अनेक देसी मसाइल को बनाना,
(एपीजे अबुलकलाम साहब, नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
32 -सुज़ूकी, हुंडई, शेव्रोले, नोकिया, सैमसंग, LG, रेनोल्ट, मोटोरोला, पेनासोनिक, पायनियर, JBL जैसी अनेक अंतराष्ट्रीय कंपनीयों द्वारा भारत में निवेश, जिससे लाखों रोज़गार generation हुआ और हमारी अर्थव्यवस्था और मज़बूत बनी,
(नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह)
33 -महात्मा गाँधी रोज़गार गारेंटी योजना (MANREGA), जो की विश्व की सबसे बड़ी सफल रोज़गार योजना साबित हुई,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
34 -सूचना का अधिकार (RTI),
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
35 -पेंशन योजना,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
36 -ज़मीन अधिकरण कानून,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
37 -NRHM (108 एम्बुलेंस) योजना,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
38 -शिक्षा का अधिकार,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, राहुल गाँधी)
39 -मिड डे मील योजना,
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी)
40 -इंदिरा आवास योजना एवं राजीव आवास yojna
(मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी, )
41 -जननी सुरक्षा योजना,
(मनमोहन सिंह जी)
42 -आधार कार्ड,
(नंदन नीलेकणी, मनमोहन सिंह)
43 -जम्मू कोटरा रेल लाइन का सृजन,
(मनमोहन सिंह)
44 -चंद्रयान मिशन,
अरुणा आसफ़ अली की जीवनी
पूरा नाम – अरुणा आसफ़ अली
जन्म – 16 जुलाई 1909
जन्मस्थान – कालका ग्राम, पंजाब
पिता – उपेन्द्रनाथ गांगुली
माता – अम्बालिका देवी
विवाह – आसफ़ अली

अरुणा आसफ अली का जन्म अरुणा गांगुली के नाम से 16 जुलाई 1909 को ब्रिटिश कालीन भारत में बंगाली ब्राह्मण परीवार में पंजाब के कालका ग्राम में हुआ था। उनके पिता उपेन्द्रनाथ गांगुली एक रेस्टोरेंट के मालिक थे। उनकी माता अम्बालिका देवी त्रिलोकनाथ सान्याल की बेटी थी।
उपेन्द्रनाथ गांगुली का छोटा भाई धीरेंद्रनाथ गांगुली भूतकालीन फ़िल्म डायरेक्टर थे। उनका एक और भाई नागेंद्रनाथ एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर थे जिन्होंने नोबेल प्राइज विनर रबीन्द्रनाथ टैगोर की बेटी मीरा देवी से विवाह किया था।
अरुणा की बहन पूर्णिमा बनर्जी भारत के कांस्टिटुएंट असेंबली की सदस्य है। अरुणा की पढाई लाहौर के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में पूरी हुई। ग्रेजुएशन के बाद कलकत्ता के गोखले मेमोरियल स्कूल में वह पढाने लगी। वहा उनकी मुलाकात आसफ अली से हुई, जो अल्लाहाबाद में कांग्रेस पार्टी की नेता थे। 1928 में अपने परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने सितम्बर 1928 में विवाह कर लिया।
आसफ अली विवाह करने और महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह में शामिल होने के बाद वह कांग्रेस पार्टी की एक सक्रीय सदस्य बनी। हिंसात्मक होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था और इसीलिये 1931 के गांधी-इरविन करार के बावजूद उन्हें छोड़ा नही गया।
लेकिन कैद बाकी महिलाओ ने उनका साथ देते हुए कहा की वे तभी जेल छोड़ेंगे जब अरुणा आसफ अली को भी रिहा किया जायेगा। लोगो के भारी सहयोग को देखते हुए आख़िरकार अधिकारियो को अरुणा आसफ अली को रिहा करना ही पड़ा।
1932 में उन्होंने तिहार जेल में अपनी विविध मांगो को लेकर भूख हड़ताल भी की थी। उस समय तिहार जेल की स्थिति अत्यंत दयनीय होने के कारण उनकी भूक हड़ताल से तिहार जेल में काफी सुधार हुए। बाद में वह अम्बाला चली गयी।
महात्मा गांधी के आह्वान पर हुए 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं जब सभी प्रमुख नेता गिरफ्तार कर लिए गए तो उन्होंने अद्भुत कौशल का परिचय दिया और नौ अगस्त के दिन मुम्बई के गवालिया टैंक मैदान में तिरंगा झंडा फहराकर अंग्रेजों को देश छोड़ने की खुली चुनौती दे डाली।
अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें 1942 मे भारत छोडो आंदोलन के दौरान मुंबई के गोवालीया मैदान मे कांग्रेस का झंडा फहराने के लिये हमेशा याद किया जाता है। स्वतंत्रता के बाद भी वह राजनीती में हिस्सा लेती रही और 1958 में दिल्ली की मेयर बनी। 1960 में उन्होंने सफलतापूर्वक मीडिया पब्लिशिंग हाउस की स्थापना की। Aruna Asaf Ali के या योगदान को देखते हुए 1997 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आज अरुणा आसफ अली भले ही हमारे बीच नहीं हैं। पर उनके कार्य और उनका अंदाज आने वाली पीढ़ियों को सदैव रास्ता दिखाते रहेंगें। उन्हें यूँ ही स्वतंत्रता संग्राम की ‘ग्रैंड ओल्ड लेडी‘ नहीं कहा जाता है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी अरुणा आसफ़ अली के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी