अरुणा आसफ़ अली निगम महापौर/ पार्षद परिचय सूची

नाम : मा. मो. यामीन खान
पद : निगम पार्षद
वॉर्ड : 43 आकाशपुरम्
नगर निगम बरेली
राज्य : उत्तर प्रदेश
पार्टी : समाजवादी पार्टी
चुनाव : 2017= 3053/1894 वोट
सम्मान :
next month

विवरण :

introduction 

Name: Honble Mohd. Yamin Khan

Designation : Municipal Corporator

Ward No. : 43-Aakashpuram

Municipal Corporation : Bareilly

State : Uttar Pradesh 

Eligibility: Primary

Mobail No: 9410414845 

Support: Samajwadi Party 

residence : Na 

Language : Hindi and Urdu, English

Current Time 09:20 PM 

Date: Wednesday , Jan 09,2019 (IST) 

Telephone Code / Std Code:  0581

Vehicle Registration Number: UP-25 

RTO Office: Bareilly

Bareilly Municipal Corporation

Mayor : Umesh Gautam Contact Number: 9412200025

Assembly constituency : Bareilly Cantt assembly constituency 

Assembly MLA : Rajesh Agarwal (BJP) Contact Number: 9412287576

Lok Sabha constituency : Bareilly parliamentary constituency 

Parliament MP : Santosh Kumar Gangwar (BJP) Tels : (011) 23011824, 23010895

Pin Code : 243001 

Post Office Name : Bareilly

वार्ड न. 43-आकाशपुरम निगम पार्षद संक्षिप्त जीवनी 

नगरसेवकों का चयन करने के लिए हर पांच साल में चुनाव होते हैं। विभिन्न राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों को नामित करते हैं और संबंधित वार्ड के लोग अपने वार्ड के लिए नगरसेवक का चुनाव करने के लिए चुनाव के दौरान अपना वोट डालते हैं। नगर निगम वार्ड न. 43-आकाशपुरम में कुल 10824 मतदाता हैं,  निकाय चुनाव 2017 में भारतीय जनता पार्टी समर्थित नगर निगम पार्षद पद पर माननीय मनु जायसवाल जी ने कुल पड़े मत संख्या 3053 में से (1894)  मत प्राप्त कर 

2 = कमलजीत यादव = समाजवादी पार्टी (437) को 1457 मतों से हराकर चुनाव जीता 

3- अमीत = निर्दलीय (394 ) मत प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे

बरेली नगर निगम उत्तर प्रदेश के शहर गोरखपुर में नागरिक बुनियादी ढांचे और प्रशासन के लिए जिम्मेदार नगर निगम है। संगठन, संक्षेप में, एमसी के रूप में जाना जाता है। यह नागरिक प्रशासनिक निकाय शहर की स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य और पार्कों जैसी अन्य सार्वजनिक सेवाओं का प्रबंधन करता है। निगम में कुल 80 वार्ड और 761909 मतदाता हैं,

निकाय चुनाव 2017 में कुल पड़े मत संख्या 341611 में से नगर निगम महापौर पद पर भारतीय जनता पार्टी समर्थित माननीय उमेश गौतम ने (139127) 40.73 मत पाकर समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवार 

2 - इकबाल सिंह तोमर उर्फ़ डॉ० आई० एस० तोमर = समाजवादी पार्टी (126343) 36.99 को 12784  मतों से हराकर चुनाव जीता 

3- अजय शुक्ला = भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (21295) 11.21 मत प्राप्त कर तीसरे  स्थान पर रहे । 

बरेली शहर दक्षिण की दिशा में क्यारा ब्लॉक, पूर्व में बिथिरी चेनपुर ब्लॉक, उत्तर की ओर भोजिपुरा ब्लॉक, पश्चिम की ओर माजगवान ब्लॉक से घिरा हुआ है। बरेली शहर, नवाबगंज शहर, उझानी शहर, शिशगढ़ शहर बरेली के नजदीकी शहर हैं।

खटीमा , मुरादाबाद, काठगोदाम (हल्दवानी-काठगोदाम), टनकपुर, काशीपुर देखने के लिए महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के नजदीक हैं।

बरेली शहर की जनसांख्यिकी

हिंदी यहां स्थानीय भाषा है। इसके अलावा लोग अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी और कुमाओनी बोलते हैं।

बरेली उत्तरी भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के बरेली जिले में स्थित एक शहर है। यह उत्तर प्रदेश में आठवां सबसे बड़ा महानगर, और भारत का ५०वां सबसे बड़ा शहर है। रामगंगा नदी के तट पर बसा यह शहर रोहिलखंड के ऐतिहासिक क्षेत्र की राजधानी था।

इतिहास

1537 में स्थापित इस शहर का निर्माण मुख्यत: मुग़ल प्रशासक मकरंद राय ने करवाया था। यहाँ बाद में इसके आसपास के क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल कर चुके प्रवासी समुदाय के रोहिल्लाओं की राजधानी बना। 1774 में अवध के शासक ने अंग्रेज़ों की मदद से इस क्षेत्र को जीत लिया और 1801 में बरेली को ब्रिटिश क्षेत्रों में शामिल कर लिया गया। मुग़ल सम्राटों के समय में यह फ़ौजी नगर था। अब यहाँ पर एक फ़ौजी छावनी है। यह 1857 में ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ हुए भारतीय विद्रोह का एक केंद्र भी था। बरेली में ही अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा का जन्म हुआ था और आज वे विश्व में प्रसिद्ध है। बालीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी इसी शहर से आती है

व्यापार और उद्योग

यह शहर कृषि उत्पादों का व्यापारिक केंद्र है और यहाँ कई उद्योग, चीनी प्रसंस्करण, कपास ओटने और गांठ बनाने आदि भी हैं। लकड़ी का फ़र्नीचर बनाने के लिए यह नगर काफ़ी प्रसिद्ध है। इसके निकट दियासलाई, लकड़ी से तारपीन का तेल निकालने के कारख़ाने हैं। यहाँ पर सूती कपड़े की मिलें तथा गन्धा बिरोजा तैयार करने के कारख़ाने भी है।

शिक्षा

बरेली में एम. जे. पी. रोहेलखंड विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1975 में की गयी थी।

बरेली कॉलेज, जिसकी स्थापना 1837 में की गयी थी और इनवर्टिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज़ स्थित हैं।

इंडियन वेटेनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट इज़्ज़तनगर उपनगरीय क्षेत्र में स्थित है।

पर्यटन

माना जाता है कि बरेली के पास स्थित प्राचीन दुर्ग नगर अहिच्छत्र में बुद्ध का आगमन हुआ था। यह जगह बरेली शहर से लगभग 40 किमी है। यहीं पर एक बहुत पुराना किला भी है।

बरेली के मन्दिरों की सूची

1 धोपेश्वर नाथ

यह मन्दिर सदर बाजार में स्थित बहुत खूबसूरत है एवं यह भगवान शिव को समर्पित है

2 तपेश्वरनाथ

भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर रेलवे स्टेशन के नजदीक है

3 त्रवटीनाथ

देखने में बहुत खूबसूरत यह मंदिर शहर के बीचोबीच स्थित है

4 मणिनाथ

यह भी 2 किमी पर स्थित है

5 वनखण्डीनाथ

6 अलखनाथ

भगवान शिव को समर्पित यह शहर का सबसे बड़ा मंदिर है इस मंदिर में कई बगीचे एवं मुख्य द्वार पर भगवान हनुमान की विशाल प्रतिमा लगी हुई है

7 पशुपति नाथ

यह है मंदिर छोटा सा परंतु देखने में बहुत खूबसूरत हैइस मंदिर की खास बात यह है कि यह बीच तालाब में बना हुआ है

दरगाह आला हजरत

दरगाह-ए-अला हज़रत अहमद रजा खान (1856-1921) की दरगाह है,जो 19वीं शताब्दी के हनीफी विद्वान, जो भारत में वहाबी विचारधारा के कट्टर विरोध के लिए जाने जाते हैं ।दरगाह का गुंबद हजारात अल्लामा शाह महमूद जान कादरी द्वारा मैचस्टिक्स के उपयोग के साथ तैयार किया गया था 

जनसंख्या

2001 की जनगणना के अनुसार बरेली नगरनिगम क्षेत्र की जनसंख्या 6,99,839 है; उपनगर की जनसंख्या 27,953 और ज़िले की कुल जनसंख्या 35,98,701 है।

परिवहन

बरेली नगर रेलवे तथा सड़क मार्ग द्वारा देश के महत्त्वपूर्ण भागों से सम्बद्ध है। ये भारत की राजधानी नई दिल्ली से 265km है और उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ से 256km है।

शहरों के नजदीक

बरेली 1 किलोमीटर 

नवाबगंज 30 किमी 

बदायूं  44 किलोमीटर

शिशगढ़ 45 किलोमीटर 

तालुक के पास

बरेली 0 किलोमीटर 

बिथिरी चेनपुर 9 किलोमीटर

क्यारा  9 किमी निकट

भोजीपुरा 16 किमी

एयर पोर्ट्स के पास

पंतनगर हवाई अड्डे 82 किमी 

खेरिया एयरपोर्ट 221 किलोमीटर 

मुजफ्फरनगर हवाई अड्डे के पास 233 किलोमीटर 

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास 256 किमी

पर्यटक स्थलों के पास

खातिमा 90 किलोमीटर 

मोरादाबाद 91 किमी

काठगोदाम 112 किलोमीटर 

तनकपुर 116 किमी 

काशीपुर 118 किमी 

जिलों के पास

बरेली 1 किलोमीटर 

पीलीभीत 52 किलोमीटर

बदायूं 53 किमी 

रामपुर 69 किमी 

रेलवे स्टेशन के पास

इज़ाततनगर रेल वे स्टेशन 2.5 किलोमीटर

बरेली सिटी रेल वे स्टेशन 3.6 किलोमीटर 

बरेली रेल वे स्टेशन 4.8 किलोमीटर 

पीतांबरपुर  रेल वे स्टेशन 24 किलोमीटर

आकाशपुरम क्षेत्र में राजनीती 

बीजेपी, एसपी इस क्षेत्र में प्रमुख राजनीतिक दल हैं।

बरेली कैंट विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाने का इतिहास 

2012 = राजेश अग्रवाल बीजेपी 51893 फाहिम सबिर अंसारी एसपी 32944

2007= वीरेन्द्र सिंह  बीएसपी 31353 प्रवीण सिंह अरोन कांग्रेस 25592

2002= शाहलिन इस्लाम  35493 प्रवीण सिंह एयरन  कांग्रेस 26703

1 996 = अशफाक अहमद  एसपी 47756 राधे श्याम कांग्रेस 35151

1993 =  प्रवीण सिंह एरेन  एसपी 56036 राधे श्याम बीजेपी 39940

1991 =  इस्लाम सबीर कांग्रेस 36703 राधे श्याम बीजेपी 33826

1989 = प्रवीण सिंह इरान जेडी 29545 इस्लाम सबिर कांग्रेस 29524

1985 =  रफीक अहमद उर्फ ​​राफियन  कांग्रेस 29761 अशफाक अहमद 14113

1980 = अशफाक अहमद  कांग्रेस 23751 बदाम सिंह जेएनपी (एससी) 17039

1977 = अशफाक अहमद कांग्रेस 27483 बदाम सिंह जेएनपी 22502

1974 = बदाम सिंह  बीजेएस 22110 अशफाक अहमद  कांग्रेस 17631

1969 = अशफाक अहमद  कांग्रेस 21127 साधु राम  बीकेडी 14688

1967 =  आर बल्लभ  बीजेएस 12775 एम हुसैन  कांग्रेस 10862

1962 = मोहम्मद हुसैन कांग्रेस 9206 अशफाक अहमद 7802

1957 = मोहम्मद हुसैन कांग्रेस 12646 कृष्णा मुराई लाल पीएसपी 9106

विकास कार्य :

माननीय पार्षद जी ने अभी संस्था को विकास कार्य सूची उपलब्ध नहीं कराई है जल्द ही प्रकाशित की जाएगी 

समाजवादी पार्टी ने प्रदेश की जनता को क्या क्या यौजना नागरिकों के लिये लागू की हैं

 प्रदेश मे किये गये विकास कार्य.....

उत्तर प्देश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछले 5 वर्षों में क्या-क्या कार्य किये, इसकी एक संक्षिप्त बानगी

*1. किसानों की कर्ज माफ़ी - 1650 करोड़*

*2. ओला पीड़ित किसानों को मदद – 2900 करोड़*

*3. किसानों का फिर ऋण माफ़ी – 38000 करोड़*

*4. किसानों को क्रेडिट कार्ड – 36लाख किसान परिवार*

*5. किसानों को अनुदान – 25 हजार करोड़*

*6. किसानों का दुर्घटना बीमा – 2.72 लाख किसान*

*7. मुफ्त सिंचाई – 55 लाख किसान परिवार*

*8. मुफ्त बैटरी रिक्शे – 2.5 लाख*

*9. बुनकरों का बकाया बिजली बिल माफ़*

*10. मजदूरों को बीमा व् पेंशन अनुदान*

*11. मजदूरों को मुफ्त सायकिलें – 1 लाख से ज्यादा*

*12. मुफ्त दवाई व जांच*

*13. मुफ्त शिक्षा, ड्रेस मिड डे मील–2 करोड़ छात्र-छात्राएं*

*14. गरीबों को बहुत कम कीमत में अनाज*

*15. बेरोजगारी भत्ता –1000₹ की दर से 12 लाख बेरोजगारों को*

*16. समाजवादी पेंशन – 50 लाख से ज्यादा लोगों को*

*17. कन्या विद्याधन – 89 हजार छात्रायें*

*18. नि:शुल्क लैपटाप – 15 लाख*

*19. रसोइयों को मानदेय – 4 लाख*

*20. नौकरियां – 4 लाख 21 हजार*

*21. 2016 के अंत में नई नौकरियों का प्रवधान – 2 लाख*

*22. शादी हेतु अनुदान – 82916 लड़कियों को*

*23. अल्पसंख्यक मदरसों को अनुदान*

*24. मेट्रो – 5 महानगरों में योजना लखनऊ में 2 से 3 माह के अंदर मेट्रो का सुहाना सफर शुरू।

*25. लखनऊ – आगरा एक्सप्रेस वे मार्ग*

*26. लखनऊ – बलिया समाजवादी एक्सप्रेस वे मार्ग का काम शुरू*

*27. इटावा में लायन सफारी की स्थापना*

28. ग्रेटर नोएडा में नाईट सफारी*

*29. फिल्म सिटी हेतु जगह चयनित*

*30. ललितपुर में 660 मेगावाट का सोलर बिजली घर*

*31. एटा में 1320 मेगावाट का बिजली घर*

*32. हरदुआगंज में – 660 मेगावाट का बिजलीघर*

*33. नई सडक – 1966 किलोमीटर*

*34. सडकों का नवीनिकरण – 10200 किलोमीटर*

*35. गड्ढा मुक्त सड़के – 60107 किलोमीटर*

*36. पुलों का निर्माण – 43*

*37. औद्योगिक निवेश – 65 हजार करोड़*

*38. नई बैंक शाखाएँ – 3200

*39. सायकिल ट्रैक*

*40. बुंदेलखंड में नये बांधों का निर्माण*

*41. बुंदेलखंड विकास के लिए कई सहायता पैकेज*

*42. एशिया का सबसे बड़ा पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क का निर्माण*

*43. सिनेमा घर - 560*

*44. इत्र पार्क की स्थापना*

*45. इत्र म्यूजियम की स्थापना*

*46. हस्तशिल्प पार्क *

*47. महिला बाजारों की शुरुआत*

*48. लखीमपुर के विकास के लिए करोड़ो का पैकेज दिये और 4 लेन से जोड़ने का काम किये।

*49. 23 करोड़ पेड़ लगाने का रिकार्ड आने वाली पीढ़ी को स्वक्ष वातावरण देने के लिए*

*50. दुग्ध उद्योग को बढ़ावा*

*51. नये हैण्ड पम्प – 61572*

*52. 50 पीड़ित परिवारों को 20-45 लाख की मदद*

*53. हजारों परिवारों को 5-5 लाख की मदद*

*54. सात जिलों में नये मेडिकल कालेज*

*55. 108 व 102 एम्बुलेंस सेवा का नि:शुल्क संचालन*

*56. बृद्धावस्था पेंशन – 52 हजार बुजुर्गों को*

*57. बेटियों की शादी के लिए अनुदान – 10 हजार रूपये*

*58. सस्ते आवास – 3 लाख*

*59. अपराध नियंत्रण के लिए थानों को दी गयी नई गाड़ियाँ – 1056*

*60.डॉयल 100 को किया गया और विश्व लेबल की टेक्नालॉजी से युक्त जिससे अपराध मुक्त हो उत्तर-प्रदेश*

*61. पुलिस भर्ती – 41 हजार*

*62. वैट माफ़ – 50 जरूरी चीजो

*63.गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर,हर्ट बाईपास एवं किडनी ट्रांसप्लांट आदि बीमारियों के इलाज हेतु विशेष सहायता राशि की व्यवस्था।*

*64.रायबरेली में मुफ्त जमीन देकर एम्स का निर्माण करवाना ।*

*65.समग्र-लोहिया ग्राम योजना के माध्यम से गाँवों का सम्पूर्ण विकास एवं गरीबों को मुफ़्त 3.5 लाख ₹ के आवास।*

*66.जनेश्वर मिश्र योजना के अंतर्गत गाँवो का चयन करके गांव में विकास कार्य*

*67.सोनभद्र में अनपरा डी की एक नई इकाई का लोकार्पण कर बढ़ाया विधुत उत्पादन एक और नई पर कार्य प्रगति पर*

*68.किसानों को सब्सिडी पर सोलर पम्प और अन्य कृषक उपकरण व्यवस्था।*

*69.महिलाओं की सुरक्षा हेतु 1090 का कुशल संचालन जिससे सोहदों पर लगा नियंत्रण*

*70.छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के माध्यम से मुफ्त शिक्षा व्यवस्था का प्रबन्ध*

*71.कौशल विकास मिशन के माध्यम से युवाओं को मुफ्त में शिक्षित कर रोजगार दिलाना*

*72.हौसला पोषण योजना’ का शुभारंभ, गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को मिलेगा लाभ

अरुणा आसफ़ अली की जीवनी
पूरा नाम – अरुणा आसफ़ अली
जन्म – 16 जुलाई 1909
जन्मस्थान – कालका ग्राम, पंजाब
पिता – उपेन्द्रनाथ गांगुली
माता – अम्बालिका देवी
विवाह – आसफ़ अली

अरुणा आसफ अली का जन्म अरुणा गांगुली के नाम से 16 जुलाई 1909 को ब्रिटिश कालीन भारत में बंगाली ब्राह्मण परीवार में पंजाब के कालका ग्राम में हुआ था। उनके पिता उपेन्द्रनाथ गांगुली एक रेस्टोरेंट के मालिक थे। उनकी माता अम्बालिका देवी त्रिलोकनाथ सान्याल की बेटी थी।
उपेन्द्रनाथ गांगुली का छोटा भाई धीरेंद्रनाथ गांगुली भूतकालीन फ़िल्म डायरेक्टर थे। उनका एक और भाई नागेंद्रनाथ एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर थे जिन्होंने नोबेल प्राइज विनर रबीन्द्रनाथ टैगोर की बेटी मीरा देवी से विवाह किया था।
अरुणा की बहन पूर्णिमा बनर्जी भारत के कांस्टिटुएंट असेंबली की सदस्य है। अरुणा की पढाई लाहौर के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में पूरी हुई। ग्रेजुएशन के बाद कलकत्ता के गोखले मेमोरियल स्कूल में वह पढाने लगी। वहा उनकी मुलाकात आसफ अली से हुई, जो अल्लाहाबाद में कांग्रेस पार्टी की नेता थे। 1928 में अपने परिवार के विरोध के बावजूद उन्होंने सितम्बर 1928 में विवाह कर लिया।
आसफ अली विवाह करने और महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह में शामिल होने के बाद वह कांग्रेस पार्टी की एक सक्रीय सदस्य बनी। हिंसात्मक होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था और इसीलिये 1931 के गांधी-इरविन करार के बावजूद उन्हें छोड़ा नही गया।
लेकिन कैद बाकी महिलाओ ने उनका साथ देते हुए कहा की वे तभी जेल छोड़ेंगे जब अरुणा आसफ अली को भी रिहा किया जायेगा। लोगो के भारी सहयोग को देखते हुए आख़िरकार अधिकारियो को अरुणा आसफ अली को रिहा करना ही पड़ा।
1932 में उन्होंने तिहार जेल में अपनी विविध मांगो को लेकर भूख हड़ताल भी की थी। उस समय तिहार जेल की स्थिति अत्यंत दयनीय होने के कारण उनकी भूक हड़ताल से तिहार जेल में काफी सुधार हुए। बाद में वह अम्बाला चली गयी।
महात्मा गांधी के आह्वान पर हुए 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अरुणा आसफ अली ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं जब सभी प्रमुख नेता गिरफ्तार कर लिए गए तो उन्होंने अद्भुत कौशल का परिचय दिया और नौ अगस्त के दिन मुम्बई के गवालिया टैंक मैदान में तिरंगा झंडा फहराकर अंग्रेजों को देश छोड़ने की खुली चुनौती दे डाली।
अरुणा आसफ़ अली भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थीं। उन्हें 1942 मे भारत छोडो आंदोलन के दौरान मुंबई के गोवालीया मैदान मे कांग्रेस का झंडा फहराने के लिये हमेशा याद किया जाता है। स्वतंत्रता के बाद भी वह राजनीती में हिस्सा लेती रही और 1958 में दिल्ली की मेयर बनी। 1960 में उन्होंने सफलतापूर्वक मीडिया पब्लिशिंग हाउस की स्थापना की। Aruna Asaf Ali के या योगदान को देखते हुए 1997 में उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आज अरुणा आसफ अली भले ही हमारे बीच नहीं हैं। पर उनके कार्य और उनका अंदाज आने वाली पीढ़ियों को सदैव रास्ता दिखाते रहेंगें। उन्हें यूँ ही स्वतंत्रता संग्राम की ‘ग्रैंड ओल्ड लेडी‘ नहीं कहा जाता है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रांतिकारी अरुणा आसफ़ अली के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी