महात्मा गांधी आई.ए.एस./ आई.पी.एस. सम्मान पत्र

नाम : श्री आंजनेय कुमार सिंह (I.A.S)
पद : जिलाधिकारी
विभाग : NA
नियुक्त : रामपुर
राज्य : उत्तर प्रदेश

विवरण :

introduction
Name: Aunjaneya Kumar Singh (I.A.S)
Designation: District Magistrate
Appointment: Rampur
Telephone No: 9454417573
E-Mail ईद : dmram [at] nic [dot] in
Adress: Office of district Magistrate Rampur-244901
District: Rampur
State: Uttar Pradesh
Division: Moradabad
Language: Hindi and Urdu
Current Time 10:22 PM
Date: Saturday, Sep 14,2019 (IST)
Telephone Code / Std Code: 0595
Vehicle Registration Number: UP-22
RTO Office: Rampur
Assembly constituency: Rampur assembly constituency
Assembly MLA: 0000
Lok Sabha constituency: Rampur parliamentary constituency
Parliament MP: Mohammad Azam Khan (SP) 9415607314

रामपुर जिले के बारे में
रामपुर जिला उत्तर प्रदेश राज्य, भारत के 73 जिलों में से एक है। रामपुर जिला प्रशासनिक हेड क्वार्टर रामपुर है। यह राज्य की राजधानी लखनऊ की ओर 337 KM दक्षिण में स्थित है। रामपुर जिले की जनसंख्या 2335398 है। यह जनसंख्या के हिसाब से राज्य का 43 वां सबसे बड़ा जिला है।
भूगोल और जलवायु रामपुर जिला
यह अक्षांश -28.8, देशांतर -79.0 पर स्थित है। रामपुर जिला बरेली जिले के साथ दक्षिण में, बदायूं जिले के साथ दक्षिण, मुरादाबाद जिले के साथ पश्चिम में, उदम सिंह नगर जिले के साथ पूर्व में सीमा साझा कर रहा है। यह उत्तराखंड राज्य के साथ उत्तर में सीमा साझा कर रहा है। रामपुर जिले का क्षेत्रफल लगभग 2367 वर्ग किलोमीटर है। । 206 मीटर से 180 मीटर की ऊंचाई वाली रेंज में इसका स्थान है। यह जिला हिंदी बेल्ट इंडिया से संबंधित है।
रामपुर जिले के डेमोग्राफिक्स
हिंदी यहां की स्थानीय भाषा है। साथ ही लोग उर्दू बोलते हैं। रामपुर जिले को 7 ब्लॉक, पंचायत, 1376 गांवों में विभाजित किया गया है।
रामपुर में ब्लॉक की सूची
बिलासपुर
चमरब्बा
मिलक
रामपुर
सैदनगर
शाहाबाद
स्वार
रामपुर जिले की जनगणना 2011
रामपुर जिले की कुल जनसँख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 2335398 है। पैमाने 1225931 हैं और महिलाओं की संख्या 1109467 है। कुल मिलाकर लोगों की संख्या 1545099 है। कुल क्षेत्रफल 2367 वर्ग किमी है। यह जनसंख्या के हिसाब से राज्य का 43 वां सबसे बड़ा जिला है। लेकिन राज्य के 51 सबसे बड़े जिले बाय एरिया। देश में जनसंख्या के आधार पर 193 सबसे बड़ा जिला। राज्य में साक्षरता दर से 65 वां जिला। देश में 593 rd उच्चतम साक्षरता दर से है। साक्षरता दर 55.08 है

रामपुर जिले में राजनीति
भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस रामपुर जिले के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।
रामपुर जिले में कुल 5 विधानसभा क्षेत्र हैं।
स्वार मोहम्मद अब्दुल्ला आज़म खान एसपी 9457705111
चमरुआ नसीर अहमद खान एसपी 9897385306
बिलासपुर बलदेव सिंह औलख भाजपा 9690788501
मिलाक राज बाला बीजेपी 9759609100
रामपुर 000
रामपुर जिले में कुल 1 संसद क्षेत्र।
रामपुर मोहम्मद आज़म खान सपा
 
रामपुर ट्रांसपोर्ट
सड़क परिवहन
जिला मुख्यालय रामपुर सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इस जिले में रामपुर, बाजपुर, शाहाबाद, रामपुर, सुआर प्रमुख कस्बों और दूरदराज के गांवों से सड़क संपर्क हैं। रामपुर लखनऊ (उत्तर प्रदेश की राजधानी) से सड़क मार्ग से लगभग 337 KM दूर है
रेल वाहक
जिले के कुछ रेल मार्ग स्टेशन रामपुर जंक्शन, बाजपुर, बिलासपुर रोड, मिलक, धमोरा, दुगनपुर, शहजाद नगर, केमरी .... हैं, जो जिले के अधिकांश कस्बों और गांवों को जोड़ता है।
बस परिवहन
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन (UPSRTC) इस जिले के प्रमुख शहरों से लेकर शहरों और गांवों तक बसें चलाती है।
 
शहरों के पास
रामपुर 1 KM
सूअर 28 KM
शाहाबाद, रामपुर 29 KM
शीशगढ़ 34 KM
 
एयर पोर्ट्स के पास
पंतनगर एयरपोर्ट 57 KM
मुजफ्फरनगर एयरपोर्ट 167 KM
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 211 KM
देहरादून हवाई अड्डा 217 KM
 
जिले के पास
रामपुर 0 KM
मुरादाबाद 26 KM
उधमसिंह नगर 47 KM
ज्योतिबा फुले नगर 61 KM
 
रेल्वे स्टेशन के पास
रामपुर जंक्शन रेल मार्ग स्टेशन 3.0 KM
मुंडा पांडे रेल मार्ग स्टेशन 9.2 किलोमीटर
बिलासपुर रोड रेल मार्ग स्टेशन 26 km 

 

info

Name : Sameena Rahat
Designation : District Project Incharge
Nominated : Rampur
Organization : Navnirman Jankalyan Sahayta Samiti (NGO)
Contracted Project : Mera School Meri Pahchan Photo Pariyojna
Mobail No :  95573 30481
E-Mail Id : samirose1414@gmail.com 
Adress : Mazar khurma Rajdwara Road 
Ward No. : 33 Jyarat Khuram Wali 
Nagar Palika Parishd : Rampur
District : Rampur
State : Uttar Pradesh
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवनी : आप उन्हें बापू कहो या महात्मा दुनिया उन्हें इसी नाम से जानती हैं। अहिंसा और सत्याग्रह के संघर्ष से उन्होंने भारत को अंग्रेजो से स्वतंत्रता दिलाई। उनका ये काम पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गया। वो हमेशा कहते थे बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो, और उनका ये भी मानना था की सच्चाई कभी नहीं हारती। इस महान इन्सान को भारत ने राष्ट्रपिता घोषित कर दिया। उनका पूरा नाम था ‘मोहनदास करमचंद गांधी‘ – Mahatma Gandhi –
पूरा नाम – मोहनदास करमचंद गांधी
जन्म – 2 अक्तुंबर १८६९
जन्मस्थान – पोरबंदर (गुजरात)
पिता – करमचंद
माता – पूतळाबाई
शिक्षा – १८८७ में मॅट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण। १८९१ में इग्लंड में बॅरिस्टर बनकर वो भारत लोटें।
विवाह – कस्तूरबा ( Mahatma Gandhi Wife Name – Kasturba Gandhi )
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवनी – Mahatma Gandhi in Hindi
महात्मा गांधी का जन्म पोरबंदर इस शहर गुजरात राज्य में हुआ था। गांधीजीने ने शुरवात में काठियावाड़ में शिक्षा ली बाद में लंदन में विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह भारत में आकर अपनी वकालत की अभ्यास करने लगे। लेकिन सफल नहीं हुए। उसी समय दक्षिण अफ्रीका से उन्हें एक कंपनी में क़ानूनी सलाहकार के रूप में काम मिला।
वहा महात्मा गांधीजी लगभग 20 साल तक रहे। दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों के मुलभुत अधिकारों के लिए लड़ते हुए महात्मा गांधी को 10 जनवरी 1908 को उनके जीवन में पहली बार जेल हुई थी। अफ्रीका में उस समय बहुत ज्यादा नक्सलवाद हो रहा था। उसके बारे में एक किस्सा भी है। जब गांधीजी अग्रेजों के स्पेशल कंपार्टमेंट में चढ़े उन्हें गांधीजी को बहुत बेईजत कर के ढकेल दिया।
सी समय दक्षिण अफ्रीका से उन्हें एक कंपनी में क़ानूनी सलाहकार के रूप में काम मिला। वहा महात्मा गांधीजी लगभग 20 साल तक रहे। वहा भारतीयों के मुलभुत अधिकारों के लिए लड़ते हुए कई बार जेल भी गए। अफ्रीका में उस समय बहुत ज्यादा नस्लवाद हो रहा था। उसके बारे में एक किस्सा भी है। जब गांधीजी अग्रेजों के स्पेशल कंपार्टमेंट में चढ़े उन्हें गांधीजी को बहुत बेईजत कर के ढकेल दिया।
वहा उन्होंने सरकार विरूद्ध असहयोग आंदोलन संगठित किया। वे एक अमेरिकन लेखक हेनरी डेविड थोरो लेखो से और निबंधो से बेहद प्रभावित थे। आखिर उन्होंने अनेक विचारो ओर अनुभवों से सत्याग्रह का मार्ग चुना, जिस पर गांधीजी पूरी जिंदगी चले। पहले विश्वयुद्ध के बाद भारत में ‘होम रुल’ का अभियान तेज हो गया।
1919 में रौलेट एक्ट पास करके ब्रिटिश संसद ने भारतीय उपनिवेश के अधिकारियों को कुछ आपातकालींन अधिकार दिये तो गांधीजीने लाखो लोगो के साथ सत्याग्रह आंदोलन किया। उसी समय एक और चंद्रशेखर आज़ाद और भगत सिंह क्रांतिकारी देश की स्वतंत्रता के लिए हिंसक आंदोलन कर रहे थे। लेकीन गांधीजी का अपने पूर्ण विश्वास अहिंसा के मार्ग पर चलने पर था। और वो पूरी जिंदगी अहिंसा का संदेश देते रेहे।
महात्मा गांधीजी की जीवन कार्य
१८९३ में उन्हें दादा अब्दुला इनका व्यापार कंपनी का मुकदमा चलाने के लिये दक्षिण आफ्रिका को जाना पड़ा। जब दक्षिण आफ्रिका में थे तब उन्हें भी अन्याय-अत्याचारों का सामना करना पड़ा। उनका प्रतिकार करने के लिये भारतीय लोगोंका संघटित करके उन्होंने १८९४ में ‘नेशनल इंडियन कॉग्रेस की स्थापना की।
१९०६ में वहा के शासन के आदेश के अनुसार पहचान पत्र साथ में रखना सक्त किया था। इसके अलावा रंग भेद नीती के विरोध में उन्होंने ब्रिटिश शासन विरुद्ध सत्याग्रह आंदोलन आरंभ किया।
१९१५ में Mahatma Gandhi – महात्मा गांधीजी भारत लौट आये और उन्होंने सबसे पहले साबरमती यहा सत्याग्रह आश्रम की स्थापना की।
तथा १९१९ में उन्होंने ‘सविनय अवज्ञा’ आंदोलन में शुरु किया।
१९२० में असहयोग आंदोलन शुरु किया।
१९२० में लोकमान्य तिलक के मौत के बाद राष्ट्रिय सभा का नेवृत्त्व महात्मा गांधी के पास आया।
१९२० में के नागपूर के अधिवेशन में राष्ट्रिय सभा ने असहकार के देशव्यापी आंदोलन अनुमोदन देनेवाला संकल्प पारित किया। असहकार आंदोलन की सभी सूत्रे महात्मा गांधी पास दिये गये।
१९२४ में बेळगाव यहा राष्ट्रिय सभा के अधिवेशन का अध्यक्षपद।
१९३० में सविनय अवज्ञा आदोलन शुरु हुवा। नमक के उपर कर और नमक बनानेकी सरकार एकाधिकार रद्द की जाये। ऐसी व्हाइसरॉय से मांग की, व्हाइसरॉय ने उस मांग को नहीं माना तब गांधीजी ने नमक का कानून तोड़कर सत्याग्रह करने की ठान ली।
१९३१ में राष्ट्रिय सभे के प्रतिनिधि बनकर गांधीजी दूसरी गोलमेज परिषद को उपस्थित थे।
१९३२ में उन्होंने अखिल भारतीय हरिजन संघ की स्थापना की।
१९३३ में उन्होंने ‘हरिजन’ नाम का अखबार शुरु किया।
१९३४ में गांधीजीने वर्धा के पास ‘सेवाग्राम’ इस आश्रम की स्थापना की। हरिजन सेवा, ग्रामोद्योग, ग्रामसुधार, आदी विधायक कार्यक्रम करके उन्होंने प्रयास किया।
१९४२ में चले जाव आंदोलन शुरु उवा। ‘करेगे या मरेगे’ ये नया मंत्र गांधीजी ने लोगों को दिया।
व्दितीय विश्वयुध्द में महात्मा गांधीजी ने अपने देशवासियों से ब्रिटेन के लिये न लड़ने का आग्रह किया था। जिसके लिये उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। युध्द के उपरान्त उन्होंने पुन: स्वतंत्रता आदोलन की बागडोर संभाल ली। अंततः १९४७ में हमारे देश को स्वतंत्रता प्राप्त हो गई। गांधीजीने सदैव विभिन्न धर्मो के प्रति सहिष्णुता का संदेश दिया। १९४८ में
१९४८ में नाथूराम गोडसे ने अपनी गोली से उनकी जीवन लीला समाप्त कर दी। इस दुर्घटना से सारा विश्व शोकमग्न हो गया था। वर्ष १९९९ में बी.बी.सी. व्दारा कराये गये सर्वेक्षण में गांधीजी को बीते मिलेनियम का सर्वश्रेष्ट पुरुष घोषित किया गया।
महात्मा गांधी विशेषता – भारत के राष्ट्रपिता, महात्मा
Mahatma Gandhi Death – मृत्यु – 30 जनवरी १९४८ में नथुराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या की।
मोहनदास करमचंद गांधी – Mahatma Gandhi भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के निदेशक थे। उन्ही की प्रेरणा से १९४७ में भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हो सकी। अपनी अदभुत आध्यात्मिक शक्ति से मानव जीवन के शाश्वत मूल्यों को उदभाषित करने वाले। विश्व इतिहास के महान तथा अमर नायक महात्मा गांधी आजीवन सत्य, अहिंसा और प्रेम का पथ प्रदर्शित करते रहे।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश के महान क्रन्तिकारी महात्मा गांधी के बलिदान से युवा वर्ग राष्ट्र रक्षा का प्रण लें संस्था द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर सत सत नमन करते हैं , मेहनाज़ अंसारी
सूचनार्थ पत्र : NA